कोटा में श्री राघवेंद्र कला संस्थान द्वारा 3 अक्टूबर से शुरू रामलीला का भव्य मंचन
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देश की सुविख्यात रामलीला मंडली तथा स्थानीय कलाकारों की संस्था श्री राघवेंद्र कला संस्थान द्वारा रामलीला का पूर्वाभ्यास गोदावरी धाम पर पूर्ण कर लिया गया है। 3 अक्टूबर से संस्था आर के पुरम, महर्षि गौतम उद्यान पर रामलीला का मंचन करेगी। प्रवक्ता वैभव गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्था द्वारा श्री राम रंगमंच पर लगभग 18 बार, तथा कोटा के विभिन्न मंचो पर 25 बार रामलीला का मंचन किया है तथा अपने अभिनय क्षमता का लोहा बनवाया है। संस्था के साथ थिएटर एल्बम्स तथा फिल्मों में कार्य करने का अनुभव रखने वाले कलाकारों की एक सशक्त टीम है। निदेशक बृजराज गौतम ने जानकारी देते हुए कहा कि संस्था के साथ कलाकारों का दल आज से श्री राम रंगमंच पर रामलीला मंचन हेतु उतरेगा,जिसमें पुरुष महिलाएं तथा बाल कलाकार शामिल होंगे, इसके अतिरिक्त 6 संगीत कलाकारों का दल भी रहेगा। रामलीला मंचन के संवादों को वाल्मीकि रामायण, श्री रामचरितमानस, राधेश्याम रामायण, कदम्ब रामायण से प्रसंग प्रेरक तथा रुचिकर बनाए गए हैं। इस वर्ष नए दृश्यों का समावेश भी किया गया है तथा प्रत्येक दृश्य के माध्यम से दर्शक दीर्घा को कुछ संदेश भी दिया जाएगा। कोटा में कोचिंग छात्र छात्रों द्वारा हताश होकर जो आत्मदाह की घटनाएं सामने आ रही है रामायण के माध्यम से उन्हें भी प्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा। रामलीला के अंतर्गत 9 पर्दे जिसमे जारी के रंगीन महल के जंगल इत्यादि के पर्दे शामिल होंगे, पीछे राज दरबार का भव्य सेट श्री इंद्र कुमार शर्मा के निर्देशन में बनाया जाएगा जो पूरी रामलीला के अंतर्गत तीन बार परिवर्तित भी किया जाएगा। रामलीला के मध्य कार्य आने वाले रथ ,पुष्पक विमान, गरुड़ इत्यादि मंच पर प्राकृतिक रूप से चलते हुए प्रतीत होंगे वहीं पहाड़, पुष्प वाटिका , अशोक वाटिका इत्यादि के दृश्य भी मनमोहन दिखाई देंगे। रामलीला की लगभग सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है कलाकारों को विशेष रूप से इन नवरात्र के दिनों में निर्देशित किया गया है कि कोई भी कलाकार प्याज लहसुन तथा किसी भी प्रकार के व्यसन खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करेगा तथा रामलीला में आने से पूर्व सभी स्नान करके अपने घर पर विराजित भगवान के शीश नवा कर ही मुख्य मंच पर पधारेंगे। इस वर्ष राम लक्ष्मण रावण सीता एवं हनुमान जी की नई पोशाकें भी निर्मित की गई है जिससे कि ईश्वरीय स्वरूप का आकर्षक देखते ही बनेगा। रामलीला मंडली में कार्य करने वाले कलाकारों में 4 वर्ष के अभ्यंतर गौतम से लेकर 68 वर्ष के निदेशक बृजराज गौतम तक के कलाकार शामिल हैं। कलाकार विभिन्न व्यवसायों से जुड़े हुए हैं जिनमें प्रमुख रूप से चिकित्सा विभाग,न्याय विभाग,शिक्षा विभाग, फोटोग्राफी तथा छात्र-छात्राएं भी शामिल है। रामलीला मंडली में चार प्रमुख परिवार जुड़े हुए हैं जिनके पुत्र पुत्री चाचा भतीजे इत्यादि रामलीला में रोल करते दिखाई देंगे। प्रथम दिवस की रामलीला में नारद मोह की रामलीला का मंचन किया जाएगा,रामलीला नित्य 8:30 से रात्रि 12:00 बजे तक की जाएगी। संस्था अध्यक्ष भुवनेश जोशी ने कोटा के सभी समाचार पत्र संपादकगणों तथा मीडिया साथियों का हृदय के गहनतम तल से आभार व्यक्त किया है जिन्होंने सदैव स्थानीय कलाकारों का पक्ष प्रमुखता से रखा तथा समय-समय पर उनका उत्साह वर्धन भी किया इसके लिए संस्था की पूरी टीम आप सभी की आभारी है। महासचिव रंगलाल मेहरा ने जानकारी दी की रविवार सुबह मुख्य मंच का निर्माण किया जाएगा जिसमें नौ पर्दे तथा सेट्स इत्यादि लगाए जाएंगे तथा रात्रि में कलाकार रामलीला में अपने-अपने पात्रों के रूप में कोटा की दर्शक दीर्घा के बीच दिखाई देंगे।रामलीला में सेट इत्यादि का कार्य करने का विशेष जिम्मा पुरुषोत्तम गौतम को सोपा गया है जिन्होंने राजस्थानी फिल्म तथा मुंबई माया नगरी में अनेकों सीरियस में अपने काम की छाप छोड़ी है।