प्रेम भाटिया: कोटा के भामाशाह, समाजसेवा और संवेदनशील नेतृत्व के जीवंत प्रतीक
News Article By Media House Rajasthan (MHR DIGITAL)

- इंसानियत का वो चेहरा जो सच्ची सेवा की मिसाल है
विशेष लेख: रवि सामरिया (स्वतंत्र पत्रकार एवं सामाजिक विश्लेषक)
राजस्थान के कोटा शहर ने शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में जिस तरह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है, वहीं समाजसेवा और मानवता के क्षेत्र में कुछ नाम ऐसे भी हैं जो हर पीढ़ी को प्रेरणा देने का कार्य करते हैं। प्रेम जैन भाटिया ऐसा ही एक नाम है एक सफल व्यवसायी होने के साथ-साथ समाज के सच्चे सेवक, भामाशाह, और सामुदायिक सौहार्द के संवाहक हैं।
~ एक परिचय जो प्रेरणा देता है :
प्रेम भाटिया का जीवन किसी पाठशाला से कम नहीं। व्यावसायिक दृष्टि से वे कोटा की प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल डीलरशिप कंपनी भाटिया एंड कंपनी के संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं। लेकिन जो बात उन्हें विशेष बनाती है, वह है उनका समाज के प्रति योगदान। वे सामाजिक, शैक्षणिक और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदार के रूप में निरंतर कार्य कर रहे हैं। प्रेम भाटिया ने व्यवसाय को भी सेवा का साधन बनाया। बिज़नेस में विश्वास, दिल से व्यवहार उनका यही सिद्धांत उन्हें एक संवेदनशील उद्यमी बनाता है। कई सम्मान प्राप्त करने के बावजूद वे ज्यों के त्यों हैं सहज, विनम्र और जमीन से जुड़े हुए। यही उन्हें एक सच्चा लोक-सेवक बनाता है।
~ शिक्षा और समाज में योगदान
प्रेम भाटिया ने न केवल अपने संसाधनों से जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद की, बल्कि कई शैक्षणिक संस्थानों को आवश्यक फर्नीचर, डिजिटल उपकरण, लाइब्रेरी संसाधन और नकद सहयोग भी प्रदान किया। हाल ही में उन्होंने राजकीय कन्या महाविद्यालय, कोटा में पांच हजार रुपये की एफडी प्रदान कर प्रथम आने वाली छात्रा को सम्मानित किया। विश्व सिंधी सेवा संगम कोटा चैप्टर के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक गतिविधियों को निरंतर समर्थन दिया। ऐसे कई लोग हैं जिन्हें उन्होंने बिना पहचान के भी मदद की कभी फ़ीस भरवाकर, कभी इलाज करवा कर, कभी चुपचाप किताबें भिजवाकर। उन्होंने जान-पहचान नहीं जरूरत को प्राथमिकता दी।
~ स्वास्थ्य सेवा में मानवीय पहल :
प्रेम भाटिया का विश्वास है कि समाज का स्वास्थ्य ही उसकी असली पूंजी है। उन्होंने कई निःशुल्क नेत्र शिविरों का आयोजन कराया जिनमें मोतियाबिंद ऑपरेशन जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं दी गईं। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने राशन किट, मास्क, सैनिटाइज़र और भोजन वितरण में निर्णायक भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से कई निजी संस्थाएं और युवा संगठन भी सेवा कार्यों से जुड़ते गए। जरूरतमंद जब उनके पास पहुंचता है, तो प्रेम भाटिया के पास 'ना' कहने का शब्दकोश ही नहीं है। यह बात खुद उनके परिचित भी महसूस करते हैं।
~ सांस्कृतिक और सामुदायिक एकता का प्रतीक :
प्रेम भाटिया न केवल आर्थिक और शारीरिक सहयोग देते हैं, बल्कि समाज को जोड़ने का कार्य भी करते हैं। चेटीचंड, सिंधी भाषा दिवस और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जैसे आयोजनों में उनकी भागीदारी ने समाज के हर वर्ग को एक मंच दिया। उन्होंने संगम नामक एक डिजिटल पत्रिका का लोकार्पण करवाया, जो सिंधियत, साहित्य और सेवा को एक साथ जोड़ती है।
~ भामाशाह की भूमिका में प्रेम भाटिया :
प्रेम भाटिया आज कोटा के उन गिने-चुने भामाशाहों में से हैं, जिन्होंने अपने संसाधनों को लोकहित में समर्पित कर दिया है। नारी शिक्षा, गरीब छात्रवृत्तियाँ, जनस्वास्थ्य, धार्मिक आयोजनों, वृक्षारोपण और आपदा राहत में उनका योगदान हर अवसर पर सामने आया। कई सामाजिक संगठनों ने उन्हें सम्मानित किया, लेकिन उन्होंने हमेशा मंच से यही कहा यह मेरा नहीं, समाज का दायित्व है।
~ समाजवादी कार्यकर्ताओं का हौसला अफज़ाई :
प्रेम भाटिया का मानना है कि सामाजिक बदलाव तभी संभव है जब जनमानस के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया जाए। उन्होंने कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, डॉक्टरों, स्वयंसेवियों और युवा नेताओं को मंच देकर सम्मानित किया। ऐसे प्रेरणादायक अभिनंदन समारोहों के ज़रिए वे समाज में सकारात्मकता और उम्मीद के दीप जलाते हैं।
~ अनसुने तथ्य, एक साधक का जीवन दर्शन :
बहुत कम लोग जानते हैं कि प्रेम भाटिया ने कई धार्मिक संस्थानों को गुप्त रूप से आर्थिक सहायता दी है। वे संयमित जीवन जीने वाले, आध्यात्मिक विचारों से जुड़े और सादा जीवन उच्च विचार के वास्तविक अनुयायी हैं। समाज के सभी वर्गों सिंधी, मारवाड़ी, मुस्लिम, पंजाबी, दलित और महिला संगठनों से उनका आत्मीय संवाद है।
प्रेम भाटिया का जीवन संदेश देता है कि सेवा, सहयोग और संकल्प से ही समाज में वास्तविक परिवर्तन लाया जा सकता है। कोटा के समाज में प्रेम भाटिया न केवल एक प्रतिष्ठित नाम हैं, बल्कि हर युवा और समाजसेवी के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी हैं। उन्हें एक शब्द में कहें तो 'कोटा का भामाशाह' ठीक है। कोटा शहर की सामाजिक आत्मा कहे जाने वाले प्रेम भाटिया न तो किसी दल के प्रवक्ता हैं, न ही किसी पद के आकांक्षी लेकिन आज हर राजनीतिक और प्रशासनिक मंच पर सम्मान और सहमति की मिसाल हैं।
~ जनप्रतिनिधियों के लिए मार्गदर्शक और संयम का उदाहरण :
जिला कलेक्टर, एसपी, नगर निगम आयुक्त, मेडिकल कॉलेज प्रशासन, और अन्य प्रशासनिक इकाइयों के साथ प्रेम जैन भाटिया का मर्मस्पर्शी सहयोग वर्षों से चला आ रहा है। बाल विवाह रोकथाम, बालश्रम, आपदा राहत, नशा मुक्ति अभियान, पौधारोपण, रक्तदान शिविर और गरीब बच्चों की शिक्षा में इनका प्रभावशाली लेकिन शांत योगदान रहता है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और शांति धारीवाल व अन्य भी उनके कार्यों के प्रशंसक हैं।
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