कोटा से उठी शैक्षिक क्रांति: राजेश माहेश्वरी की अनसुनी कहानी, जो हर विद्यार्थी को राह दिखाएं
MHR Life Time Story by ALLEN INSTITUTE Director Rajesh Maheshwari

लेखक: रवि सामरिया
(स्वतंत्र पत्रकार, सामाजिक विश्लेषक) कोटा, 22 जून।
राजस्थान का कोटा अब केवल चंबल का किनारा या औद्योगिक नगरी नहीं रहा यह आज देश की शिक्षा राजधानी के रूप में जाना जाता है। और इस परिवर्तन की नींव जिस व्यक्ति ने रखी, वह हैं एलन करियर इंस्टीट्यूट के संस्थापक और निदेशक राजेश माहेश्वरी, जहां आज देशभर के लाखों छात्र कोटा आकर अपना भविष्य संवारते हैं, वहीं कभी एक छोटे से कमरे से शुरू हुई यह यात्रा, आज ग्लोबल ब्रांड का स्वरूप ले चुकी है।
- एक कमरा, आठ छात्र और एक मिशन :
जानकारी के अनुसार वर्ष 1988 कोटा के एक कोने में, महज़ छह वर्गमीटर कमरे में शुरू हुआ एक सपना। सिर्फ 8 छात्रों के साथ राजेश माहेश्वरी ने कोचिंग का ऐसा मॉडल गढ़ा, जिसमें सिर्फ ज्ञान नहीं, एक दृष्टिकोण सिखाया जाता था। एलन नाम अपने पिता श्री लक्ष्मीनारायण माहेश्वरी की स्मृति में रखा गया एक भावनात्मक श्रद्धांजलि, जो बाद में लाखों छात्रों के जीवन का मार्गदर्शक बना। कोटा में उस दौर में कोई भी संस्थान पीसीएम और बायोलॉजी दोनों की तैयारी एक साथ नहीं कराता था। राजेश माहेश्वरी ने विज्ञान की पूरी दुनिया को एक छत के नीचे समेटा यही वो मॉडल था जिसने एलेन को अलग पहचान दी। 2008 में एलन एक भीषण संकट से गुज़रा पूरी मेडिकल फैकल्टी इस्तीफा देकर चली गई। उस कठिन समय में राजेश माहेश्वरी स्वयं कक्षा में उतरे। उनके तीनों भाई गोविंद, नवीन और ब्रजेश उनके साथ खड़े रहे और संस्थान को डगमगाने नहीं दिया। यही नेतृत्व एलेन की रीढ़ बना।
- रैंक की दौड़ में एलेन अव्वल :
1995 में राजस्थान पीएमटी में राज्य टॉपर ALLEN से, 2014 और 2016 में जेईई और नीट दोनों में ऑल इंडिया टॉप रैंक। एआईआईएमएस में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स टॉप 10 रैंक एलेन का नाम दर्ज हुआ। आज ALLEN के छात्र हर राष्ट्रीय परीक्षा में विश्वसनीयता की मिसाल बन चुके हैं। - COVID काल में भी क्रांति : 2020 के लॉकडाउन में जब देशभर की कोचिंग ठप पड़ी, एलेन ने 80,000 ऑफलाइन छात्रों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर स्लाइड कर दिया। महज़ दो महीनों में 20,000 नए छात्र भी जुड़ गए। RAJESH MAHESHWARI ALLEN की दूरदृष्टि ने यह साबित किया कि एलेन सिर्फ कोचिंग नहीं, संभावनाओं की प्रयोगशाला है।
- ग्लोबल विस्तार और निवेश :
आज एलेन भारत ही नहीं, सऊदी, कतर, ओमान, बहरीन जैसे देशों में भी विस्तार कर रहा है। 2022 में जेम्स मर्डोक-उदय शंकर की कंपनी बोधि ट्री ने एलन में निवेश कर इसे एक ग्लोबल एडटेक विजन में निवेश कर दिया।
- समाज और स्कॉलरशिप का मिशन :
ALLEN केवल टॉपर्स का मंच नहीं यहाँ गरीब, ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों के छात्र भी हैं, जिन्हें 90% तक की स्कॉलरशिप दी जाती है। "गुदड़ी के लाल" जैसी योजनाएं एलेन को एक मानवतावादी संस्थान बनाती हैं।
- राजेश माहेश्वरी नाम नहीं, परिवर्तन की परिभाषा :
ALLEN डायरेक्टर राजेश माहेश्वरी का जीवन एक प्रेरणा है उन्होंने न केवल एलेन बनाया, बल्कि कोटा को कोचिंग नगरी के रूप में एक राष्ट्रीय पहचान दी। उनकी सोच, उनकी साधना और सेवा की भावना ने शिक्षा को एक संस्थागत आंदोलन का रूप दे दिया है। आज जब भारत शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक मानचित्र पर आगे बढ़ रहा है, तब एलेन और राजेश माहेश्वरी की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता। यह कहानी सिर्फ कोटा की नहीं, एक ऐसे भारत की है जो शब्दों से नहीं, संकल्प से लिखा जा रहा है।
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