कोटा की गौरवशाली समाजसेविका डॉ. अनिता चौहान द्वारा जकार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व
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कोटा की प्रतिष्ठित समाजसेविका एवं दिवाथर्व विकास फाउंडेशन की संस्थापक-निदेशक सुश्री डॉ अनिता चौहान 17 से 19 जून तक जकार्ता (इंडोनेशिया) में आयोजित 51वें आईएफटीडीओ (IFDPO) विश्व सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
इस सम्मेलन का विषय है डिजिटल युग में लोगों और अनुकूलनशील संगठनों का भविष्य (The Future of People and Adaptive Organizations in the Digital Age)। इस महत्वपूर्ण अवसर पर सुश्री चौहान न केवल भारत की वैचारिक और सांस्कृतिक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करेंगी, बल्कि वैश्विक मंच पर शिक्षा, संगठनात्मक विकास और प्रशिक्षण क्षेत्र में भारतीय दृष्टिकोण को भी सशक्त रूप से प्रस्तुत करेंगी।
- पूर्व वैश्विक उपलब्धियाँ :
मिस्र में आयोजित आईएफटीडीओ स्वर्ण जयंती सम्मेलन में उन्होंने “The Era of the Learned Futurist: Ancient Wisdom for Modern Challenges” विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया था। आईएसटीडी (ISTD) की राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका ने उन्हें वैश्विक ट्रेनिंग नेटवर्क से जोड़ा है।
- भारतीय ज्ञान परंपरा का वैश्विक मंच पर उद्घोष :
अनिता चौहान ने भगवद गीता एवं रामचरितमानस के श्लोकों के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम (पूरा विश्व एक परिवार है) और Return on Association (ROA) जैसी भारतीय अवधारणाओं को प्रस्तुत कर भारत की वैचारिक समृद्धि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा है।
- संगठन की भूमिका :
दिवाथर्व विकास फाउंडेशन इस सम्मेलन में रणनीतिक भागीदार (Strategic Partner) के रूप में भाग ले रहा है, जो प्रशिक्षण, नेतृत्व विकास और अनुकूलनशील संगठनों की दिशा में योगदान के लिए प्रतिबद्ध है।
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