चार भाई, एक सपना एलेन की वो कहानी जो सिर्फ कोटा नहीं, पूरे भारत की हैं।
MHR News Agency

लेखक: रवि सामरिया, स्वतंत्र पत्रकार (कोटा, राजस्थान-विशेष कॉलम)
1998 में जब Allen Career Institute की नींव पड़ी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह नाम एक दिन विश्व की सबसे बड़ी मेडिकल और इंजीनियरिंग कोचिंग ब्रांड बन जाएगा। लेकिन जो सोच धनश्याम आचार्य जैसे गुरु के आशीर्वाद से शुरू हुई, उसे चार भाइयों ने अपने प्रेम, श्रम और त्याग से सींचा — और वह "Allen" आज हर कोचिंग स्टूडेंट की उम्मीद बन चुका है।
- धनश्याम आचार्य: वो गुरु, जिनके नाम पर जन्मा एलेन एलेन का नाम ही एक श्रद्धांजलि है A- Akhil, L- Laxmi, L- Luv, E- Er. Nitin, N - Nimit लेकिन एलेन को दिशा दी गुरु धनश्याम आचार्य ने, जो न केवल शिक्षण में निपुण थे बल्कि छात्रों के दिल से जुड़कर उन्हें जीवन का सही अर्थ सिखाते थे। उनके आदर्शों को आगे बढ़ाया चार सगे भाइयों ने, जिन्होंने शिक्षा को व्यापार नहीं, सेवा माना। - चार भाई, चार स्तंभ एलेन की आत्मा
1.राजेश माहेश्वरी – संस्थापक और संचालक राजेश माहेश्वरी जी Allen के मूल बीज हैं। उनका जीवन संयम, सादगी और गहन सोच का उदाहरण है। वे छात्रों के लिए आज भी एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। छात्रों को मंच से नहीं, दिल से छूना उन्हें आता है।
2. गोविंद माहेश्वरी – संगठन का शिल्पकार प्रबंधन में अनुशासन, शिक्षक चयन में पारदर्शिता और कार्य संस्कृति में नैतिकता — ये सब गोविंद जी की ही देन हैं। उन्हें शिक्षक शिक्षण का जनक भी कहा जा सकता है।
3. नवीन माहेश्वरी – मार्केटिंग और ब्रांडिंग जीनियस Allen को देशभर में पहचान दिलाने वाले नवीन माहेश्वरी हैं। क्रिएटिव विज़न और डिजिटल विस्तार का श्रेय इन्हीं को जाता है। मीडिया, ब्रांड, इवेंट, डॉक्यूमेंट्री — सब में नवीन जी की छाप दिखती है।
4. बृजेश माहेश्वरी – अकादमिक संरचना के कर्णधार बृजेश जी Allen के कंटेंट, रिजल्ट, रिसर्च और रणनीति के केंद्र में हैं। उनकी देखरेख में ही छात्रों को बारीक से बारीक विश्लेषण मिलता है। -चारों भाइयों का प्रेम: कोई ऑफिस में नहीं, सब ‘परिवार’ में काम करते हैं : एलेन एक संस्थान नहीं, एक सांझा घर है। यहां शिक्षक को कर्मचारी नहीं, परिवार का हिस्सा माना जाता है। कोटा में एलेन के प्रत्येक सेंटर में छात्रों की भावनात्मक सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है — यह संस्कृति उन्हीं चार भाइयों की आपसी समझ और एकता की देन है।
- एलेन का विस्तार और सामाजिक योगदान 130 से ज्यादा शहरों में Allen के सेंटर, 3.5 लाख से अधिक छात्रों की शिक्षा में सहभागिता, Allen Swasthya, Allen Samaj, Allen Sewa जैसे सामाजिक प्रकल्प, मानसिक स्वास्थ्य, छात्र आत्महत्या रोकथाम, जिंदगी ज़िंदाबाद जैसे अभियानों की शुरुआत
- सिर्फ कोचिंग नहीं, संस्कृति है यह संस्था विद्यार्थियों को सिर्फ पढ़ाती नहीं — उन्हें आत्मनिर्भर, संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक बनाती है। एलेन के चारों भाई कहते हैं। "हम कोचिंग नहीं चला रहे, हम राष्ट्र निर्माण कर रहे हैं" एलेन सिर्फ एक संस्था नहीं, भारतीय शिक्षा का उज्ज्वल भविष्य है। जहां एक कमरे से शुरू हुआ सपना आज हर गली के छात्र की उम्मीद बन चुका है। चारों भाई जिस प्रेम और समर्पण से एलेन को जीवित रखते हैं, वह एक मिसाल है जिसे देश को जानना चाहिए।
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