दीपा सुबिन आयुर्वेद और जनसेवा की सशक्त प्रतिनिधि बनकर उभरी
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नारी शक्ति की पहचान तब होती है, जब वह सेवा को धर्म और स्वास्थ्य को मिशन बना ले। यह पंक्ति दीपा सुबिन पर पूरी तरह खरी उतरती है एक ऐसी कर्मठ, दयालु और समर्पित महिला, जिन्होंने आयुर्वेद को जनसेवा का माध्यम बनाकर हजारों लोगों के जीवन को स्वस्थ और सुखद बनाया है। दीपा सुबिन कोटा स्थित एंबिएंस केरला आयुर्वेदिक चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष हैं। इस ट्रस्ट की स्थापना उन्होंने आयुर्वेद की प्राचीन परंपराओं और पंचकर्म चिकित्सा के जरिए समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से की।
इस ट्रस्ट के माध्यम से वे न केवल राजस्थान में, बल्कि जयपुर, दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में भी अपनी सेवाएं पहुँचा रही हैं। - पंचकर्म चिकित्सा की विशेषज्ञ दीपा सुबिन आयुर्वेदिक विशेषकर पंचकर्म की विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कई जटिल और असाध्य रोगों का सफलतापूर्वक उपचार किया है। आधुनिक तनावपूर्ण जीवनशैली में जब लोग दवाओं के दुष्प्रभाव से परेशान रहते हैं, तब दीपा सुबिन का आयुर्वेद आधारित उपचार उन्हें एक नई दिशा देता है बिना साइड इफेक्ट के सम्पूर्ण उपचार होता है।
- महिलाओं और जरूरतमंदों के लिए समर्पित :
दीपा सुबिन विशेष रूप से महिलाओं, वृद्धों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आयोजित करती हैं। उनका उद्देश्य है – "हर व्यक्ति को स्वास्थ्य का अधिकार मिले, भले ही वह किसी भी आर्थिक स्थिति में हो।"
- सेवा का विस्तार :
केवल चिकित्सा नहीं, संकल्प भी उनकी सेवाएं केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं हैं। वे समाज में स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, योग शिविर, और प्राकृतिक जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी उन्होंने ज़रूरतमंदों को आयुर्वेदिक काढ़ा, औषधियां और मानसिक सलाह देकर सैकड़ों जीवन बचाए।
- जयपुर से दिल्ली-मुंबई तक सशक्त उपस्थिति :
दीपा सुबिन की सेवाएं अब केवल कोटा तक सीमित नहीं रहीं। उनकी कार्यशैली और निस्वार्थ भावना ने उन्हें जयपुर, दिल्ली, मुंबई तक पहचान दिलाई है, जहाँ वे नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविरों और काउंसलिंग सेशन्स का आयोजन करती हैं।
- नारीशक्ति की प्रेरणा :
दीपा सुबिन आज की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने दिखा दिया कि अगर मन में सेवा का भाव हो और स्वास्थ्य को मिशन बना लिया जाए, तो एक महिला अकेली भी समाज में बदलाव ला सकती है। जहाँ चिकित्सा सेवा में करुणा हो, वहाँ चमत्कार होता है।
" दीपा सुबिन का जीवन इसी करुणा, सेवा और आयुर्वेद की शक्ति का जीवंत उदाहरण है। वह सचमुच एक आधुनिक 'आयुर्वेद दूत' हैं, जो हर शहर, हर दिल को स्वास्थ्य और स्नेह का उपहार दे रही हैं।
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