अरुण भार्गव - कोटा के वरिष्ठ समाजसेवी की प्रेरणादायक जीवनगाथा
MHR DIGITAL Media House Rajasthan

समाज को दिशा देने वाले लोग अक्सर प्रचार से दूर रहते हैं, लेकिन उनके कार्य स्वयं बोलते हैं। कोटा शहर के एक ऐसे ही मूल्यनिष्ठ, संवेदनशील और उदार हृदय व्यक्ति हैं श्री अरुण भार्गव। वे वर्षों से निस्वार्थ समाजसेवा में समर्पित हैं और उनका जीवन नैतिकता, सेवा और श्रद्धा का प्रतीक है।
- जीवन परिचय और पत्नी की स्मृति को सेवा में बदलना :
अरुण भार्गव, निवास: रामपुरा कोटा, राजस्थान परिचय: वरिष्ठ समाजसेवी, प्रेरणादायक व्यक्तित्व, मानवीय कार्यों के संवाहक व्यवसाय: पूर्व में प्रशासनिक सेवा में सक्रिय, अब पूर्णकालिक समाजसेवा में रत और परिवार एक सुसंस्कृत और सेवा-भावना से ओतप्रोत परिवार। उनकी पत्नी स्व. श्रीमती भार्गव जी भी सेवा भावना में सक्रिय रहीं।
- पत्नी की स्मृति को सेवा में बदलना :
अरुण भार्गव ने अपनी पत्नी के निधन के बाद उनकी स्मृति को केवल व्यक्तिगत पीड़ा नहीं बनने दिया, बल्कि उसे एक सार्वजनिक प्रेरणा बना दिया। उन्होंने पत्नी की याद में नेत्रदान का संकल्प लिया स्वयं और परिवार सहित देहदान की घोषणा की एक "स्मृति सेवा सप्ताह" आयोजित कर समाज में ऑर्गन डोनेशन की जागरूकता फैलाई गई। चिकित्सा छात्रों के लिए एक "मानविकी सम्मान" शुरू करवाया ताकि भावनात्मक मूल्यों को चिकित्सा में जोड़ा जा सके
- नैत्रदान और देहदान का संकल्प –
समाज को अंतिम भेंट अरुण भार्गव मानते हैं कि इंसान का शरीर मरणोपरांत भी समाज के काम आ सकता है। उनके द्वारा उठाए गए कदम अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद उनका नेत्रदान कराया, जिससे दो नेत्रहीनों को दृष्टि मिली। उन्होंने स्वयं एवं अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ देहदान का संकल्प पत्र सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया। वे युवाओं को मरणोपरांत महादान जैसे अभियानों से जोड़ने में लगातार सक्रिय हैं। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और एनजीओ के साथ मिलकर जागरूकता शिविरों का आयोजन करते हैं।
- सामाजिक योगदान, रक्तदान शिविरों का संचालन, नशामुक्ति अभियान में सक्रिय भागीदारी, गरीब विद्यार्थियों को किताबें व आर्थिक सहायता, अनाथालयों और वृद्धाश्रमों में सेवाऐं। COVID काल में मास्क वितरण, राशन सहायता और अस्पतालों में सेवा, अरुण भार्गव का मानना है:सच्ची श्रद्धांजलि वही है जो किसी और के जीवन को बेहतर बनाए। उनकी सेवा-यात्रा हमें सिखाती है कि विलाप नहीं, समर्पण ही सच्चा स्मरण है। - सम्मान एवं मान्यता "जीवनदानी सम्मान" मेडिकल कॉलेज द्वारा, "कोटा गौरव सेवा सम्मान" स्थानीय प्रशासन द्वारा कई समाजसेवी संगठनों द्वारा अभिनंदन विभिन्न मंचों पर ऑर्गन डोनेशन विषय पर व्याखान आदर्श और प्रेरणा का जीवंत स्वरूप अरुण भार्गव केवल कोटा ही नहीं, बल्कि समूचे राजस्थान के लिए एक आदर्श समाजसेवी हैं। उनका जीवन हमें सिखाता है कि वृद्धावस्था सेवा का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत हो सकती है। मृत्यु के बाद भी समाज की आंख बन जाना, यही सच्चा मानव धर्म है।
---- (लेखक: रवि सामरिया, स्वतंत्र पत्रकार) कोटा, राजस्थान
Mob : 7891030011
What's Your Reaction?






